रायपुर (प्रखर)। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने अपने निवास कार्यालय से प्रदेश में सिकलसेल इकाई का वर्चुअल लोकार्पण किया। अब प्रदेश में इस गंभीर बीमारी का निःशुल्क टेस्ट कराया जा सकता है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना का लाभ आसानी से दिलाने के लिए पोर्टल भी लांच किया गया।
इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि सिकलसेल रोग बहुत ही संवेदनशील बीमारी है। इसके लक्षण छत्तीसगढ़ में भी बहुत मात्रा में पाए जाते है। इसके टेस्टिंग को बढ़ाने के लिए आज एक बड़ा कदम छत्तीसगढ़ ने लिया है। पिछले 4-5 महिने से इसकी प्रक्रिया चल रही थी। अंततः आज ‘पाइंट आफ केयर‘ नाम से इसकी शुरुआत की गई है। उन्होंने आगे कहा कि इसके लिए अभियान चलाया गया था जिसमें डेढ़ साल में करीब 32 लाख बच्चों का टेस्ट किया गया था। उनमें से 1 लाख 5 हजार पाॅजिटिव पाये गए थे। पाॅजिटिव पाये जाने के बाद आगे का टेस्ट बहुत महंगी होती थी और बड़े केंद्रों में जाकर ही इसकी टेस्टिंग कराने की सुविधा थी।
स्वास्थ्य मत्री ने आगे कहा की ‘पाइंट आफ केयर‘ में एक सरल प्रकिया है जिसमें इलाज के लिए फ्रिजर में रखना या कोई दूसरी प्रक्रिया हो इसकी टेस्टिंग आसानी से की जा सकती है, गांव के मितानिनों द्वारा भी इसकी टेस्टिंग कराया जा सकता है और सिकलसेल से बच्चें कितने प्रभावित है इसकी जानकारी मिल सकती है। उन्होंने कहा कि सिकलसेल की जानकारी और उपचार के लिए छत्तीसगढ़ शासन ने बड़ा कदम उठाया है। देश में यह पहला राज्य है जिसने इसको अपनाया है। हम इसके लिए दिल्ली व रायपुर के एम्स अस्पताल, अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के विशेषज्ञ, डब्ल्यूएचओ और यूनीसेफ के संपर्क में रहे और इनसे हमें सहयोग मिलती रही। उनके द्वारा 10 हजार किट भी उपलब्ध कराई है। आगे की जो व्यवस्था होगी और खर्च होगा उसे राज्य शासन द्वारा उठाया जाएगा।
इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्री ने मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना का लाभ लोगों को आसानी से मिले इसके लिए पोर्टल लांच किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस योजना के अंतर्गत आफलाइन में बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता था अब इसके पोर्टल से लोगों को इलाज कराने में सहायता होगी।