रायपुर (प्रखर)। सोमवार को मेकाहारा अस्पताल में दंतेवाड़ा से आए पुलिस जवान द्वारा डॉक्टरों के साथ किए गए दुर्व्यवहार और मारपीट के खिलाफ पंडित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में जमकर प्रदर्शन किया जा रहा है। इसके साथ सभी जूनियर और सीनियर डॉक्टरों द्वारा न्याय और सुरक्षा की मांग की जा रही है।
प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि, कल जो घटना हुई है वह बहुत ही निंदनीय है। जिंदगी बचाने वालों के साथ ही ऐसा हो रहा है तो आम जनता के साथ क्या होता होगा। हम सभी लोगों की जान बचाते है लेकिन बदले में हमें ही मार खानी पड़ रही है। हम इस प्रकार की घटना का कड़ी निन्दा करते है और डॉक्टरों की सुरक्षा और न्याय की मांग करते है।
स्वास्थ्य मंत्री ने दिए जांच के आदेश
इस घटना की स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कड़ी निन्दा करते हुए मामले पर जल्द ही जांच के आदेश दिए है। उन्होंने सोशल मीडिया में कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, ‘रायपुर के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में हंगामे का वीडियो बेहद चौंकाने वाला और अस्वीकार्य है। इसमें शामिल जेल प्रहरी के खिलाफ सख्त कार्रवाई और पूरे मामले की पारदर्शी जांच के आदेश जारी किए गए हैं।
हमारे अस्पतालों और स्वास्थ्य कर्मचारियों को कोरोना संकट के दौरान लोगों की सेवा में सक्रिय रूप से समर्पित किया गया है। मामले को पूरी गंभीरता के साथ निपटाया जाएगा और हमारे स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के खिलाफ किसी भी तरह की हिंसा या दुर्व्यवहार पूरी तरह से असहनीय है।’
क्या है मामला?
मेकाहारा अस्पताल के रेडियोलॉजी विभाग में सोमवार को दंतेवाड़ा से जेल प्रहरियों द्वारा बीमार कैदी को इलाज के लिए लाया गया था। इस दौरान इलाज में लेट लतीफी होने की बात कहकर जेल प्रहरी शत्रुहन उरांव आक्रोशित हो गया और डॉ को तमाचा जड़ दिया। इसपर विभागाध्यक्ष रेडियोलॉजी डॉ प्रो एसबीएस नेताम के समक्ष पुलिस कांस्टेबल द्वारा किये गये दुर्व्यवहार एवं जूनियर डॉक्टर डॉ. अमन एवं डॉ. मनोज के साथ पुलिस कांस्टेबल द्वारा की गई मार पीट की घटना पर अस्पताल प्रबंधन द्वारा एफआईआर दर्ज कराया गया।
दो सुरक्षाकर्मी को हटाया गया
इस दौरान अम्बेडकर अस्पताल में स्थित पुलिस सहायता केन्द्र के पुलिस आरक्षकों द्वारा उक्त घटनाक्रम के दौरान सुरक्षा नहीं दे सकने की स्थिति को देखते हुए अम्बेडकर अस्पताल में पदस्थ दोनों आरक्षकों को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है। इन आरक्षकों की जगह चार नये आरक्षकों को तैनात किया गया है।
आरोपी जेल प्रहरी गिरफ्तार
इस घटना में दोषी पाए जाने के बाद मौदहापारा पुलिस ने आरोपी जेल प्रहरी शत्रुहन उरांव के खिलाफ धारा 186, 294, 353 और 506 एवम् चिकित्सा सेवा हिंसा अधिनियम की धारा 3 के तहत अपराध दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है। आरोपी शत्रुहन उरांव का मेडीकल मुलाहिजा कराने पर उसके द्वारा शराब सेवन करना भी पाया गया। घटना के दौरान मेकाहारा पुलिस सहायता केन्द्र में पदस्थ दो पुलिस कर्मचारी मूक दर्शक बनकर पूरी घटना को देख रहे थे उनके द्वारा किसी प्रकार का बीच- बचाव नहीं किया गया, इस संबंध में दोनों पुलिस कर्मचारियों की गतिविधियों की भी जांच कर रही है।